पंचायत चुनाव में आरक्षण 20 जनवरी तक होने के आसार
20 जनवरी तक साफ होगी गांव के आरक्षण की तस्वीर, दावेदारों में बैचेनी
लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradh) में होने वाले पंचायत चुनाव (Panchayat Election) में इस बार दावेदारों की नजर फाइनल वोटर लिस्ट पर टिकी है. क्योंकि 22 जनवरी को फाइनल वोटर लिस्ट जारी होगी. लेकिन इस सबसे इतर दावेदारों मुख्य फोकस आरक्षण है।सूत्र बताते हैं कि 20 जनवरी को गांव के आरक्षण की तस्वीर साफ हो जाएगी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पंचायत चुनाव के दावेदारों में सबसे ज्यादा बैचेनी आरक्षण को लेकर देखी जा रही हैं.' इसके बाद ही तय होगा कि किस गांव में किस जाति का उम्मीदवार चुनाव लड़ सकता है. क्योंकि गांव अगर आरक्षित हो गया तो सामान्य जाति के लोग वहां से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इसी तरह अगर गांव महिला के लिए आरक्षित हो गया तो वहां से कोई पुरुष पर्चा नहीं भर सकता. पंचायत चुनाव में सर्वाधिक विवाद सीटों के आरक्षण तय करने में फंसता है. हर सीट पर प्रत्येक वर्ग को प्रतिनिधित्व को 1995 से चक्रानुक्रम आरक्षण व्यवस्था लागू हुई. हालांकि इस साल अभी फार्मूले का ही इंतज़ार हैं लेकिन डीपीआरओ ऑफिस के अनुसार, पारदर्शिता के चलते पंचायत चुनाव-2021 नाम से साफ्टवेयर पर पंचायतों की आबादी व आरक्षण का ब्यौरा आदि अपलोड किया जा रहा हैं.
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